Kitaab
Saturday, July 30, 2011
आईना
टूटे आईने ने मुझसे पूछा.....
तेरी सूरत में दरारें क्यो है...
मेंने मुस्करा कर टूटे शीशे
को आईने के सामने रख दिया ॥
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