Kitaab
Tuesday, August 12, 2014
अहंवाद
ये
बजता बहुत है
चीखता भी बहुत है
न सुनो तो मचलता
भी बहुत है
मुझ में, मुझसे
ज़्यादा वो रहता है
मेरा "मैं"
अहंवाद
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