तुम इतनी न पिया करो
बहक जाते हो
न जाने फिर कितनी
सच की उल्टियाँ करते हो। ।
न जाने फिर कितनी
सच की उल्टियाँ करते हो। ।
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पिता को चाहिए सपूत
दादी को पोता
घर की रखवाली
का जिम्मा
पराये घर की लड़की
के हाथ ।।
दादी को पोता
घर की रखवाली
का जिम्मा
पराये घर की लड़की
के हाथ ।।
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तोंद बहुत बड़ी है
सोचता हूँ कुछ गरीबो में
सोचता हूँ कुछ गरीबो में
बाँट दूँ , पुण्य और नाम
दोनों एक साथ
गरीबो की तोंद क्यों
नहीं होती। ।
दोनों एक साथ
गरीबो की तोंद क्यों
नहीं होती। ।
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