Friday, October 3, 2014

भूल जाती हूँ न

मैं सब भूलने
लगी हूँ, भूल जाती हूँ
की मैं क्यों कमरो के
दीवालो से बात कर रही हूँ
क्या चाहिए था जो उनसे 
पूछ रही हूँ भूल जाती हूँ न
जब तुम आवाज़ देते हो तो
तुम्हारे बिखरी
आवाज़ो को समेटना
भूल जाती हूँ धड़कन
को सुनना या
किसी कोने से
आवाज़ देकर,जब
कहते हो की तुम्हे
मुझसे प्यार है
तब सोचती हूँ क्या
जवाब दूँ
"क्या सचमुच
मुझे तुमसे प्यार है " ...

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